वीरता -31-Dec-2024
प्रतियोगिता हेतु
दिनांक: 31/12/2024
वीरता
वीरता किसी से डरती नहीं,
कहती किसी से कुछ भी नहीं।
जो होता सबके समक्ष होता,
वीरता कभी घबराती नहीं।
वीरता कभी झुकती नहीं,
वादा कर के मुकरती नहीं।
वीरता शेर दिलों की पहचान होती है,
इरादें जिनके बुलंद उनकी शान होती है।
वीरता को कोई गिरा नहीं सकता,
वीरता को कोई भगा नहीं सकता।
वीरता डरकर छुप जाती नहीं,
वीरता को कोई हरा नहीं सकता।
वीरता हर दर्द से निकली कहानी है,
वीरता बलिदानों की कहानी है।
कभी न खत्म होने वाला जज़्बा है
वीरता पुरस्कार की निशानी है।।
शाहाना परवीन'शान'...✍️
म
Anjali korde
23-Jan-2025 05:56 AM
👌👌👌
Reply
kashish
22-Jan-2025 01:10 PM
v nice
Reply
Pranav kayande
21-Jan-2025 01:59 AM
👌👌👌
Reply